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Friday, 19 July 2013

सीक्रेट मिशन में लगे हैं गडकरी



भाजपा ने पूर्व अध्‍यक्ष‍ नितिन गडकरी को 'सीक्रेट मिशन' पर लगाया है। इस मिशन के तहत देश की जरूरतें, जनता का मूड भांपना और उसके आधार  पर विजन डॉक्‍युमेंट तैयार करने का काम सौंपा गया है। इसके लिए गडकरी देश के उन बड़े लोगों से मिल रहे हैं जो नीति निर्माण से संबंधित विषयों के विशेषज्ञ हैं। गुरुवार को लगभग दो घंटे तक संसदीय बोर्ड में चुनाव अभियान 2014 के लिए विस्तार से चर्चा हुई। चर्चा के दौरान यह तय किया गया कि चुनाव प्रचार, चुनाव घोषणा पत्र, दृष्टि पत्र, इलेक्शन वाररूम, प्रचार सामग्री, लोकसभा क्षेत्र में रैली, आने-जाने की व्यवस्था, सोशल मीडिया सहित लगभग एक दर्जन समितियां चुनाव अभियान का हिस्सा होंगी। संसद के दोनों सदनों के नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज और अरुण जेटली, पूर्व अध्यक्ष वेंकैया नायडू, मुरली मनोहर जोशी और नीतिन गडकरी इन सभी समितियों की निगरानी करेंगे। किस समिति की निगरानी कौन वरिष्ठ नेता करेगा, यह शुक्रवार दोपहर तक तय होगा। सुषमा स्‍वराज के रोल पर खास तौर से सस्‍पेंस है।

सूत्रों का कहना है कि महासचिव स्तर के ऊपर के नेता जिन समितियों की निगरानी करेंगे, उससे संबंधित रिपोर्ट पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह से चर्चा करने के बाद नरेंद्र मोदी के समक्ष लाया जाएगा। सुषमा स्वराज और अरुण जेटली का चुनाव अभियान से संबंधित सुझाव को निश्चित रूप से अंतिम रिपोर्ट में शामिल किया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि स्वयं मोदी ने अपनी तरफ से पहल करते हुए वरिष्ठ नेताओं के सुझाव को चुनाव अभियान के लिए जरूरी माना है। मोदी ने अपनी भावी योजना को लेकर वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी से भी सलाह-मशविरा किया है।

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