बिहार के बोधगया में आतंकियों ने महाबोधि मंदिर को निशाना बनाकर सीरियल धमाके किए हैं। बोधगया में आज सुबह एक के बाद के 9 सीरियल बम धमाके हुए हैं। ये सभी धमाके 28 मिनट के भीतर हुए हैं। मगध रेंज के डीआईजी नैयर हुसैन के मुताबिक ये धमाके सुबह साढ़े पांच बजे से 5 बजकर 58 मिनट के बीच हुए।
इन धमाकों में पांच लोग घायल हुए हैं, जिनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक चार धमाके महाबोधि मंदिर परिसर में सुबह करीब 5 बजकर 40 मिनट पर हुए। तीन धमाके करमापा मॉनेस्ट्री में हुए जबकि आठवां धमाका भगवान बुद्ध की 80 फुट ऊंची मूर्ति के पास और नौवां धमाका बस स्टैंड के नजदीक हुआ।
इसके अलावा दो जिंदा बम मिले हैं जिन्हें बम निरोधी दस्ते ने निष्क्रिय कर दिया है। मंदिर प्रशासन के सूत्रों के मुताबिक इन धमाकों में मंदिर की इमारत को कोई नुकसान नहीं हुआ है। धमाके में घायल लोगों को मगध अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गृह मंत्रालय ने इसे आतंकी हमला करार दिया है। खुफिया एजेंसियों ने महाबोधि मंदिर के आतंकियों के निशाने पर होने की आशंका पहले ही जताई थी।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक जानकारी मिलने के बाद राज्य सरकार और जिला प्रशासन ने मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी थी। हालात का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डीजीपी अभयानंद गया पहुंच गए हैं।
भाजपा तथा अन्य विपक्षी दलों ने आज केंद्र और बिहार सरकार पर आरोप लगाया कि खुफिया एजेंसियों की विशिष्ट चेतावनी के बावजूद महाबोधि मंदिर पर आतंकी हमला रोकने के लिए कदम उठाने में विफल रहने का आरोप लगाया. भाजपा प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, यह गंभीर मुद्दा है और केंद्रीय एजेंसियों ने इस हमले के बारे में चेतावनी दी थी और इस बारे में विशिष्ट सूचना दी गयी थी कि बोधगया में हमला हो सकता है. इसके बावजूद कोई उपयुक्त व्यवस्था (राज्य सरकार की ओर से) नहीं की गयी. केंद्र सरकार को भी ऐसे हमले रोक पाने में विफल रहने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए. उन्होंने कहा, केंद्रीय एजेंसियों ने कहा था कि म्यामां में जो कुछ हो रहा है, ऐसे में बोधगया मंदिर में आतंकी हमले के प्रयास हो सकते हैं. इसके बावजूद सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया. भाजपा नेता ने कहा कि यह गंभीर विषय है और आतंकवादियों ने विश्व को शांति का संदेश देने वाले बुद्ध के मंदिर को निशाना बनाया है.
महाबोधि मंदिर में हुए ब्लास्ट की स्थिति का जायजा लेने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यह बहुत ही दुखद घटना है. उन्होंने कहा कि नौ धमाके हुए हैं साथ ही दो बम को निष्क्रिय कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि घटना में जो दो लोग घायल हुए हैं, उनका इलाज चल रहा है.
मुख्यंमत्री ने बताया कि घटना की जांच हो रही है. सभी वरीय अधिकारी जिसमें डीजीपी, एडीजी, एसपी और आईबी के अधिकारी जांच कर रहे हैं. घटना की समीक्षा हो रही है, उसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है. नीतीश कुमार ने कहा कि मंदिर की सुरक्षा के लिए पर्याप्त व्यवस्था थी लेकिन अब सुरक्षा और बढा दी गयी है. मुख्यमंत्री ने मांग की है कि मंदिर की सुरक्षा सीआईएसएफ के हाथों में सौंप दी जाये.
गृह मंत्रालय ने बिहार में महाबोधि मंदिर के भीतर और बाहर हुए श्रृंखलाबद्ध बम विस्फोटों को आतंकी हमला बताया है और जांच के लिए एनआईए तथा एनएसजी की टीमें घटनास्थल पर भेजी हैं. केंद्रीय गृह सचिव अनिल गोस्वामी ने कहा, यह एक आतंकी हमला है. उन्होंने हालांकि, कहा कि अब तक किसी भी समूह ने विस्फोटों की जिम्मेदारी नहीं ली है और जांच जारी है. गोस्वामी ने बताया कि चार विस्फोट मंदिर परिसर के भीतर हुए, जबकि चार विस्फोट इसके बाहर हुए. गृह सचिव ने कहा कि साक्ष्य जुटाने और जांच में पुलिस की मदद करने के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) की टीमें तथा विस्फोट विशेषज्ञ बिहार भेजे गए हैं. मंदिर नगर बोध गया में आज सुबह हुए सिलसिलेवार विस्फोटों में दो लोग घायल हुए हैं.
विशेष शाखा के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) पारसनाथ ने कहा, एनआईए अधिकारियों का एक दल कोलकाता से बोधगया आ रहा है. अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) ने बताया कि बिहार में आतंकवादी हमलों की संभवना संबंधी सामान्य चेतावनी मिली थी और राज्य पुलिस ने सुरक्षा कड़ी कर दी थी. उन्होंने कहा, बोधगया मंदिर में पुलिस सुरक्षा की व्यवस्था केवल मंदिर के बाहर है जबकि भीतर की सुरक्षा मंदिर ट्रस्ट के अधिकारी देखते हैं. डीआईजी ने कहा, महाबोधि मंदिर के पवित्र स्थल को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है और मंदिर परिसर को अच्छी तरह से साफ कर दिया गया है. बोधगया समिति के सचिव दोरजी ने कहा, मंदिर परिसर के भीतर चार विस्फोट हुए. सौभाग्य से बोधि वृक्ष और मुख्य मंदिर के ढांचे को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. उन्होंने कहा, पहला विस्फोट बोधि वृक्ष के निकट हुआ जिसके कारण एक मेज उड़ गयी और इससे दो लोग घायल हो गये मुझे लगता है कि दूसरा विस्फोट उस स्थान के भीतर हुआ जहां किताबें रखी हुई थीं. इसके कारण फर्नीचर नष्ट हो गया लेकिन स्मारक चिन्हों या प्रतिमाओं को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. एडीजी (कानून एवं न्याय) एस के भारद्वाज ने विस्फोट की प्रकृति के बारे में पूछे जाने पर बताया कि वे कम तीव्रता वाले टाइम बम थे. उन्होंने कहा, हमें छह सात महीनों पहले सूचना मिली थी कि महाबोधि मंदिर में आतंकवादी हमला हो सकता है. इसके बाद हमने यहां सुरक्षा बढ़ा दी थी और अतिरिक्त बलों को तैनात किया था. गया से करीब 10 किलोमीटर दूर और पटना से 100 किलोमीटर दूर स्थित बोधगया बौद्ध मंदिर विश्व प्रसिद्ध है. भगवान बुध को यहां मंदिर परिसर में महाबोधि वृक्ष के नीचे ज्ञान प्राप्त हुआ था. तिब्बतियों के धार्मिक नेता दलाई लामा बोधगया अकसर आते रहते हैं और श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे छह महीने पहले यहां आये थे. कुल 52 देशों ने यहां अपने मठ स्थापित किये हैं.
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