समीर चौगांवकर
पहले लालकृष्ण आडवाणी, उसके बाद राजनाथ सिंह और अब नरेन्द्र मोदी। बीते एक पखवाड़े के भीतर भाजपा के तीन बड़े नेता नागपुर आकर संघ प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात कर चुके हैं। भाजपा के इन तीन शीर्ष नेताओं की मुलाकातों का लब्बोलुआब यह है कि एक तरफ अगर संघ पीएम पद पर पूरी तरह से मौन हो गया है तो दूसरी तरफ भाजपा को हिन्दुत्व की राजनीति पर आगे बढ़ने की नसीहत भी दे रहा है। संघ ने बड़ी सावधानी से आडवाणी के एनडीए को भी खारिज कर दिया है तो चुनाव पूर्व मोदी को पीएम पद का प्रत्याशी घोषित करने की योजना को भी नकार दिया है। संघ का संदेश है हिन्दुत्व के एजेण्डे के साथ आगे बढ़ो, बाकी सब बातें बाद में तय होगीं।
मंगलवार की शाम अपने विशेष विमान से नागपुर पहुंचे नरेन्द्र मोदी ने करीब दो घण्टे संघ कार्यालय में गुजारे। संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत, सरकार्यवाह भैया जी जोशी और सह सरकार्यवाह सुरेश सोनी की मौजूदगी में करीब दो घण्टे आगामी आम चुनाव को लेकर मोदी और संघ पदाधिकारियों के बीच मंथन चलता रहा। नरेन्द्र मोदी आगामी आम चुनाव के लिए एक ब्लू प्रिंट लेकर नागपुर आये थे। अपने उसी ब्लू प्रिंट की रूपरेखा उन्होंने संघ पदाधिकारियों के सामने रखी। संघ से जुड़े सूत्र बताते हैं कि "मोदी ने प्रचार अभियान समिति के अध्यक्ष के बतौर उन मुद्दों को सामने रखा जिन्हें आगामी दिनों में वे उठानेवाले हैं। इसके साथ ही प्रचार अभियान के दौरान शामिल होनेवाले नेताओं का नाम भी गिनाया है।" लेकिन इस पर संघ प्रमुख या संघ के दूसरे पदाधिकारियों का क्या रुख रहा है, वह इसी बात से समझा जा सकता है कि पूरी मुलाकात के दौरान पीएम पद का मुद्दा एक बार भी किसी की जबान पर नहीं आया।
रामजन्मभूमि रहेगा मुद्दा
जहां तक आगामी आम चुनाव को लेकर चलाये जाने वाले प्रचार अभियान की बात है तो संघ प्रमुख ने स्पष्ट तौर पर इतना जरूर कहा कि उत्तर प्रदेश पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। संघ प्रमुख ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि रामजन्मभूमि मुद्दे को चुनाव में पुरजोर तरीके से उठाया जाना चाहिए। संघ पहले से यह मानता रहा है कि अयोध्या का रामजन्मभूमि मुद्दा हिन्दुत्व का आधार है और भाजपा को इससे अलग नहीं होना चाहिए।
साझा विकास मॅाडल
संघ प्रमुख ने नरेन्द्र मोदी को अटल, मोदी और शिवराज के विकास मॉडल को मिलाकर एक साझा विकास का मॉडल बनाने और उसको आगे रखकर चुनाव लड़ने की सलाह दी है।
मुस्लिम मत को तवज्जो नहीं
संघ से जुड़े विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि आने वाले आम चुनाव में मुस्लिम मतो को रिझाने के लिए कोई विशेष प्रयास न करने, हिन्दू मतों का ध्रुवीकरण करने और हिन्दू मतदाताओं का मत प्रतिशत बढाने के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगो को मतदान केन्द्र तक लाने की योजना बनाने को लेकर भी विचार विमर्श हुआ है।
”द्वार पर दस्तक“ कार्यक्रम में शामिल हो संघ
नरेन्द्र मोदी ने चुनाव प्रचार अभियान के लिए आम मतदाता से अपनी बात कहने के लिए एक ”द्वार पर दस्तक“ कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की है। इस कार्यक्रम में भाजपा के कार्यकर्ता और संघ के स्वंयसेवक मिलकर लगभग 350 लोकसभा सीटों पर प्रत्येक मतदाता के घर दस्तक देकर भाजपा को वोट देने की अपील करेंगे। मोदी चाहते है कि यह पूरा कार्यक्रम संघ के दिशानिर्देश और नियंत्रण में संचालित हो। हालाकि संघ की ओर से इस कार्यक्रम में सहभागिता को लेकर अभी कोई अंतिम निर्णय नही लिया गया है। अगर संघ यह कार्यक्रम अपने हाथ में लेता है तो यह पहली बार होगा जब संघ के स्वंयसेवक सीधे तौर पर चुनावी तैयारियों मे हिस्सा लेगे। हालांकि अब तक संघ प्रत्यक्ष तौर पर इस तरह चुनावी मैदान में उतरने से बचता रहा है।
नरेन्द्र मोदी को नसीहत
जब भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह मोहन भागवत से मिलने आये थे तब भी संघ प्रमुख ने उन्हें सलाह दिया था कि वरिष्ठ नेताओं का सम्मान किया जाना चाहिए। उनका सीधा संकेत लालकृष्ण आडवाणी की तरफ था। ठीक यही सलाह उन्होंने नरेन्द्र मोदी को भी दिया है। संघ प्रमुख ने मोदी से मुलाकात के दौरान उन्हें आचरण मे विनम्रता लाने, वरिष्ठ नेताओं से मार्गदर्शन लेने और सबको साथ लेकर चलने की सलाह दी है।
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