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Saturday, 11 January 2014

नक्सलियों के सरगना केजरीवाल

कुछ समय से लगातार आम आदमी पार्टी के लोग देश विरोधी बाते करते चले आ रहे हैं जिनमें सबसे आगे प्रशांत भूषण है जो कश्मीर पर अपनी विवादित टिपण्णी को लेकर काफी चर्चा मैं हैं।  शुरुआत मैं तो पार्टी ने कुछनहि कहा लेकिन जनता कि ओर से विरोध होने के बाद से आप आदमी पार्टी अपने बयां से पलट गयी और अब उसे प्रशांत भूषण कि निजी रे बता करअपना पल्ला झाड़ रही है लेकिन सच यही है कि कश्मीर पर आम आदमी पार्टी कि देश विरोधी रुख रखती है। अगर वाकई मैं वे कश्मीर मैं जनमत संग्रह करना चाहते हैं तो पहले वहाँ के हालात सामान्य होने का तथा कश्मीरी विस्थापित पंडितों के पुनर्वास केउचित इतजाम कि माग करते और फिर जनमत कि बात करते।  साफ़ है कि समाज के एक खास वर्ग को खुश करने कि जुगत मैं वे भी कांग्रेस कि तरह ही हैं।
यही नहीं केजरीवाल का नक्सलियों को समर्थन देना एक और देश विरोधी होनेका सबूत है , कल को वो नॉर्थ ईस्ट में मौजूद तमाम आतंकवादियों और अलगाववादियों का भी सरथान करते नज़र आये तो  ज्यादा आश्चर्य कि बात नहीं होगी।
अब जबकि एक तरफ टेलीविज़न पर पाकिस्तानी आतंकवादियों द्वारा दो भारतीय सैनिकों के सर काटने के खुले प्रदर्शन का विडियो दिखाया जा रहा है वही दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी द्वारा इस तरफ कि देश विरोधी बाते करना सेना के शहीदों का घोर अपमान है और इससे सेना का मनोबल कमजोर ही होगा।  अभी कुछ दिनों पहले ही टेलीविज़न मैं एक कार्यक्रम के दौरान आई. बी. के एक अधिकारी ने इस बात का खुलासा किया था कि केजरीवाल को नक्सलियों कि तरफ से पैसा मिलता है।
अगर यही हाल चलता रहा और मीडिया आपनी आँख पर पट्टी बांधे आम आदमी पार्टी को इसी तरह समर्थन देती रही तो यह देश के लिए काफी खतरनाक होगा। 

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