वित्त मंत्री द्वारा शनिवार को बजट लोकसभा में परंपरागत तरीके से पेश
किया गया। लेकिन बजट में पूर्वांचल को कोई खास तरजीह नही मिली है। किसानों
से लेकर आम लोगों तक के लिए बजट में ऐसी कोई घोषणा नही हुई जिससे उन्हें
फ़ायदा मिले।
सामाजिक कार्यकर्ता और पूर्वांचली नेता अजीत कुमार पाण्डेय ने
इसे पूर्वांचल के साथ भेदभाव वाला बजट बताते हुए कहा कि यह बजट पूर्वांचल
के विकास और पूर्वांचल को आगे ले जाने की दिशा में एक बड़ा कदम भी साबित हो
सकता था लेकिन अफसोस ये संभव नहीं हो सका।
हालांकि आयकर में मिलने वाली छूट से जनता को राहत मिलेगी और कारोबारियों को भी कई मामलों में राहत के साथ पूर्वांचल से विमान और ट्रेन से माल ढुलाई की संभावनाओं को देखते हुए पूर्वांचल की सब्जियों का निर्यात भी होगा। लेकिन फिर भी बजट 2020 से पूर्वांचल को बहुत उम्मीद थी।
अजीत कुमार पाण्डेय के अनुसार रेल बजट भी पूर्वांचल के लिए उदास करने वाला रहा। रेल बजट मेँ पूर्वांचल के यात्रियों के लिए कोई उपहार नहीं मिल सका है। वाराणसी- गाजीपुर वाया छपरा रेल मार्ग पर कोई नयी ट्रेन नहीं मिली। रेल किराया से लेकर अन्य सुविधाओं में कोई छूट नहीं मिला है।
हालांकि आयकर में मिलने वाली छूट से जनता को राहत मिलेगी और कारोबारियों को भी कई मामलों में राहत के साथ पूर्वांचल से विमान और ट्रेन से माल ढुलाई की संभावनाओं को देखते हुए पूर्वांचल की सब्जियों का निर्यात भी होगा। लेकिन फिर भी बजट 2020 से पूर्वांचल को बहुत उम्मीद थी।
अजीत कुमार पाण्डेय के अनुसार रेल बजट भी पूर्वांचल के लिए उदास करने वाला रहा। रेल बजट मेँ पूर्वांचल के यात्रियों के लिए कोई उपहार नहीं मिल सका है। वाराणसी- गाजीपुर वाया छपरा रेल मार्ग पर कोई नयी ट्रेन नहीं मिली। रेल किराया से लेकर अन्य सुविधाओं में कोई छूट नहीं मिला है।